जमी हुई धूल हटा लोगे तो लाइफ बना लोगे: (Motivational Story) किसी ने बड़े कमाल की बात कही है कि महंगे कपड़े तो दुकान के पुतले भी पेहेनते है अगर पहचान बनाना चाहते हो तो अपना व्यवहार अच्छा करो।
जमी हुई धूल हटा लोगे तो लाइफ बना लोगे
सिकंदर जैसे महान कहा गया लेकिन महानता वाला कोई काम उसने नहीं किया उसने बहुत देशों पर कब्जा किया बहुत सारा खजाना लूटा एक दिन अपना खजाना लूट करके जा रहा था उसका काफिला रास्ते में उसे एक बाबाजी देखे संतों दिखे उन्होंने कहा सिकंदर मेरे पास में एक ऐसी चीज़ है तो इसके सामने तुम्हारा सारा खजाना हल्का पड़ जायेगा मेरे पास में बहुत भारी चीज़ है तो सिकंदर ने अपने काफिले को रुकवाया और कहा बताइए क्या चीज़ है?
तो बाबा जी ने एक चमकदार सी चीज़ दिखाई छोटा सा कांच का टुकड़ा जैसा था और कहाँ यकीन नहीं हो तो मंगवा लो तो राज़ और तौल के देख लो पता चल जायेगा कितनी भारी चीज़ मेरे पास में है सिकंदर को बात अपने ईगो पर लगी, उसने मंगवाया तराजू हो जाए आज तो फैसला एक पलड़े में जो बाबा जी के पास चमकीली चीज़ थी, उसे रखा गया दूसरी तरफ जितना खजाना था उसमें से थोड़ा हिस्सा उसे लग कि उसके सामने क्या टिकेगा हैं? हीरे जवाहरात, सोने, चांदी जो सब थे सिकंदर के पास उसने रखवा दिया।
कमाल की बात ये रही कि सिकंदर वाला पलड़ा हवा में ही था, वो झुकने का नाम नहीं ले रहा था ये चीज़ इतनी भारी थी, सिकंदर का दिमाग खराब हो गया इतनी छोटी सी चीज़ चमकीली सी क्या है? उसने फिर से अपने सैनिकों से कहा की और काफिला जो पीछे आ रहा है उसमें से माल ले करके आओ, सारा खजाना ला दो इस पर।
आज तुम मेरे खजाने की वैल्यू पता चलनी चाहिए बहुत कोशिशे बहुत मन्नतें करने के बाद भी जब बात नहीं बनी सिकंदर ने बाबा जी को प्रणाम कर लिए, कहता है कि सिकंदर की माफ़ करना बाबाजी मेरा खजाना जो है वो आपकी इस चीज़ के आगे हल्का पड़ रहा है है।
थोड़ा बताओ मुझे मैं समझना चाहता हूँ क्या जादू टोना कर दिया तुमने थोड़ा अकड़ मैं बोल रहा था, बाबा जी ने कहा इतनी अकड़ में बोलोगे तो बताऊँगा नहीं सिकंदर का दिमाग खराब हो गया उसने कहा अच्छा मुझे बात नहीं बता रहे हैं और कड़के बोलने लगा वो अपनी बात कर रहा था गुस्से गुस्से में तभी बाबाजी झुके जमीन पर से धूल उठाई उस चमकीली चीज़ पर गिराई और चमत्कार ये हुआ की ये जो चमकीली चीज़ थी, जिसपर धूल पड़ी है हवा में चला गया पलड़ा और सिकंदर वाला नीचे आ गया वो भारी हो गया अब जाकर के सिकंदर को लगा की हाँ अब बनी बात।
लेकिन फिर उसका दिमाग ठनका, कि इस पर धूल डाली तो ये ऊपर क्यों चली गयी? अब उसके मन में और क्युरिऑसिटी आ गई और जिज्ञासा आ गई उसने पूछा, बाबाजी से की अब तो मैं हाथ जोड़ के पूछता हूँ, मुझे जादू समझना है मेरा सारा लूटा हुआ खजाना एक तरफ ये ज्ञान की बात समझ के जाना चाहता हूँ क्या समझाना चाहते हो आप? मेरा खजाना अचानक से भारी कैसे पड़ गया? अभी दो मिनट पहले तो भारी नहीं था जैसे आपने धूल गिराई क्या हो गया?
तो बाबाजी ने कहा कि ये चमकीली चीज़ जो है ये इंसान की आंख है जब तक इस पर धूल नहीं पड़ती ये सबसे कीमती है इसके सामने ये सब खजाना हो जाना टिकता नहीं है इसको सच्चाई दिखती है तुम्हारे लूट के खजाने को उसने कुछ माना नहीं पलड़ा तुम्हारा हल्का रहा लेकिन जैसे ही इस पर धूल गिरी ये दिखना बंद हो गया, आंधी सी हो गई, तुम्हारा खजाना भारी हो गया सिकंदर को तो बात समझ में आयी नही,
प्रभु की लीला की बहुत ही सुन्दर कहानी, Motivational Story

कहानी से सिख
लेकिन हमें समझनी चाहिए बात यह है कि हमारी आँखों पर भी धूल पड़ जाती है जो हम स्टूडेंट लाइफ में एकदम सोचते कर लेंगे, हो जाएगा, मौज मस्ती करते हैं वो धुल हटती है, तब तक समझ में आता है, बड़ी देर हो गई कई बार रिलेशनशिप में आँखों पर धूल आ जाती हैं, गलत फैसले कर बैठते हैं, रिश्तों को खराब कर बैठते हैं
इंसान की आंख पर अगर धूल गिर जाए तो दो कौड़ी की रह जाती है इसलिए धूल का एक पर्दा हटाइए और सच को देखना शुरू कीजिये, क्योंकि जब वास्तविकता हम समझने लगते है, जीवन की सच्चाई समझने लगते है, जीवन का महत्व समझने लगते हैं तो लाइफ भी हमें रिटर्न में वो सब देने लगती है जो हम चाहते हैं तो अगर आप लाइफ में हैपिनेस चाहते हैं, खुशियां चाहते हैं, सक्सेस चाहते हैं तो अपनी आँखों के सामने पड़ी धूल को हटाइए और अपने आप को कीमती बनाइए।