खुश रहना है तो छोटे छोटे पल जीना सीखो: (Motivational Story) किसी ने बड़े कमाल की बात कही है कि अगर जीवन में खुश रहना है तो पैसों को जेब में रखिए, दिमाग में नहीं
खुश रहना है तो छोटे छोटे पल जीना सीखो
एक बहुत ही छोटी सी कहानी है एक पति पत्नी के जीवन से खुशियां कम होती जा रही थी उन्हें इस बात की चिंता होने लगी कि हम पहले की तरह खुश नहीं रहते है हमारे जीवन में तो अब खुशियां बची ही नहीं है तो उन्हें किसी ने कहा कि पास में एक महात्मा जी आये हुए है आप उनसे जा कर के मिल सकते हैं वो हर समस्या का समाधान बताते हैं ये गए जा करके अपनी बात रखी महात्मा जी के सामने कि हम अब खुश नहीं है पहले बहुत खुश थे जब नई नई शादी हुई थी अब हमारे जीवन से खुशियां कम होती जा रही है।
महात्मा जी ने कहा यह बहुत आसान है, बहुत आसान है आप एक काम कीजिए, आप घूमने के लिए चले जाइए, थोड़ा आपको समय मिलेगा दूसरी बात जब आप घूमने के लिए जाए तो ऐसे किसी कपल को ढूंढना शुरू कीजिये ऐसे किसी जोड़े को ढूँढें जो संपूर्ण रूप से खुश हैं और उनके कपड़े का एक छोटा सा हिस्सा ले करके आइए और अपने पास में लाकर के रख लीजिए आपके घर में उसके बाद में आपके जीवन में खुशियां लौटाएंगे ये जो कपल्स हैं बड़ा खुश हुआ उन्होंने कहा, क्या बात है? बहुत ही आसान सा फॉर्मूला है।
चलते है घूमने के लिए तो इसी बात पर थोड़ा घूम के आयेंगे तो घूमने के लिए निकल गए अपने स्टेट में पूरा घूमे राज्य में वहाँ कोई इन्हें ऐसा कपल नहीं मिला जो संपूर्ण रूप से खुश हो दूसरे राज्य में गए तो वहाँ की जनता ने बताया कि हमारे यहाँ के राजा रानी बहुत खुश रहते हैं ये गए राजा के दरबार में जाकर के राजा को प्रणाम किया और कहा कि क्या आप खुश हैं? राजा रानी ने कहा, हम खुश हैं, कोई कमी नहीं है आप देख रहे हैं इतना बड़ा महल है, सब कुछ अच्छा है, सब खुश हैं हमारे राज्य में,
इस कपल ने सवाल किया कि क्या आप संपूर्ण रूप से खुश हैं? तो राजा रानी का चेहरा थोड़ा सा उदास हो गया अब उन्होंने कहा, संपूर्ण रूप से खुश तो नहीं है क्योंकि हमारी कोई संतान नहीं इस बात का हमें मलाल रहता है की हमारी कोई संतान नहीं है, लेकिन ठीक है, प्रजा ही हमारी संतान हैं फिर से थोड़ा उन्होंने मुस्कुराने की कोशीश की इस कपल को वहाँ से निराशा हाथ लगी उन्होंने कहा, भाई ये खुश नहीं हैं ये वहाँ से चल दिया, घूमते रहे,
घूमते रहे पंद्रह बीस दिन बीत गए किसी और शहर में थे तो वहाँ किसी ने कहा कि हमारे यहाँ एक बड़े बिज़नेस मैन है सेठ जी हैं उनकी कोठी, ये बहुत बड़ी सी सेठजी सेठानी जी खुश रहते हैं।
यह गए उन सेठ जी के बंगले पर और जा करके मिले जा करके देखा है सबसे पहले तो बच्चे बहुत सारे देखे चार पांच बच्चे थे उन्होंने कहा, चलो इनके संतानें कोई टेंशन नहीं है, बड़ा सा मकान है, बिज़नेस चल रहा है, ये तो खुश ही होंगे उनके साथ भोजन किया उसके बाद पूछा कि क्या आप खुश है? शेठजी सेठानी जी ने कहा हम खुश हैं उन्होंने पूछा कि आप संपूर्ण रूप से खुश हैं, तो सेठानी जी थोड़ी सी टेंशन में आए उन्होंने कहा नहीं,
हम कंप्लीट्ली हैप्पी तो नहीं है इतने सारे बच्चे हैं, इनकी लड़ाई या सुलझाते रहते है, दिन भर इसी में निकल जाता है हमारे लिए तो लगता है कि बस अब यही जीवन हो गया है।
बच्चों की लड़ाईयां सुलझाते रहो इन्हीं में सारा समय बीत जाता है, इसलिए पूर्ण रूप से खुश तो नहीं है? ये वहाँ से भी उदास, निराश हो कर के चले इनकी यात्रा चलती रही, चलती रही एक सुनसान जगह पर पहुंचे जहाँ देखा कि एक छोटा सा खेत था, उसमें फसल लहला रही थी इन दोनों के चेहरे पर खुशी आ गई कि इस सुनसान जगह में भी जो खेती कर रहा है वो तो खुश होगा ही।
जाकर के देखा तो किसान जो था वो खेती के बाद ब्रेक लेने वाला था लंच का और वो लंच ब्रेक में एक पेड़ के नीचे आ करके बैठ गया दूर से उसकी पत्नी और उसकी बच्ची आ रही थी साथ में भोजन लेकर तो उन्हें लगा ये जो परिवार है? छोटा सा परिवार बहुत खुश ये गए जा करके उनसे बातचीत की उनके साथ भोजन किया फिर उन्होंने अपना सवाल किया कि क्या आप खुश हैं?
किसान ने उसकी पत्नी ने कहा, हम खुश हैं, उन्होंने क्या? क्या आप संपूर्ण रूप से खुश हैं? उन्होंने कहा, हाँ, हम संपूर्ण रूप से खुश हैं हमारे कोई टेंशन ही नहीं है ऊपर वाले ने जीस हाल में रखा मस्त रहते हैं इस कपल को और क्या चाहिए था? जवाब मिल चुका था की हाँ, हम संपूर्ण रूप से खुश हैं,
तो पति ने पूछ लिया किसान से की क्या? आपकी शर्ट का एक छोटा सा टुकड़ा मिल सकता हमें ले करके जाना है किसी ने हमें उपाय बताया तो किसान हँसने लगा के नहीं अगर तुम ये शर्ट का टुकड़ा फाड़ के ले जाओगे तो मैं कल क्या पहनू गा भाई। इन्हे समझ में आ गया है कि यह किसान भी संपूर्ण रूप से तो खुश नहीं हैं।
3 मिनट की इस कहानी को पढ़ कर हमेशा के लिए सोच बदल जाएगी, Motivational Story

कहानी से सिख
बहुत छोटी सी कहानी है, लेकिन सार यह है कि कंप्लीट्ली अगर आप हैप्पी रहना चाहते हैं कभी नहीं हो सकता है हैपिनेस जो है बहुत छोटी छोटी चीजों में बहुत छोटे छोटे पलों में होती है हम बड़ी खुशी के पीछे संपूर्ण रूप से खुश होने के पीछे दौड़ रहे होते हैं और जो अभी खुशी है उसे भूल जाते हैं।
इस कहानी को याद रखें और हर पल में मुस्कुराते रहिये एक बार फिर से वही बात जो अक्सर आप से कहता हूँ ऊपर वाले के आशीर्वाद, अपनी मेहनत और अपनों के प्यार के साथ कर दिखाओ कुछ ऐसा की दुनिया करना चाहें आपके जैसा।