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सिर्फ़ 7 दिन हैं आपके पास, Motivational Story

सिर्फ़ 7 दिन हैं आपके पास: (Motivational Story) किसी ने बड़े कमाल की बात कही है कि दर्द एक संकेत है कि आप जिन्दा है समस्या एक संकेत है कि आप मजबूत है और प्रार्थना एक संकेत है कि आप इस दुनिया में अकेले नहीं हैं।

सिर्फ़ 7 दिन हैं आपके पास

एक शिष्य जो आश्रम में रहता था, लेकिन बड़ा गुस्सैल स्वभाव का था, जो उसके बाकी साथी शिष्य थे, उनसे झगड़ा करता था, कुछ भी कह देता था, उल्टा सीधा उससे कंट्रोल नहीं होता था जब उसे गुस्सा आता था तो बस अनाप शनाप बोलता चला जाता था और लगभग लगभग उस आश्रम में जीतने लोग थे उनसे अपना रिश्ता खराब कर चुका था।

एक दिन वो अपने गुरु के पास पहुंचा जब उसे रियलाइज हुआ कि उससे कोई भी बात नहीं करना पसंद करता है उसने सारे रिश्ते खत्म कर लिए कोई उससे बात करना तो दूर उसका चेहरा देखना पसंद नहीं करता तो उसने अपने गुरु से कहा कि गुरूजी मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि क्या होगा? में सारे लोगों से बातचीत बंद कर चुका हूँ कोई भी मेरा चेहरा देखना पसंद नहीं करता है मेरा व्यवहार मेरे खिलाफ़ हो गया है।

मुझे बस ये बता दीजिए की आप इतने शांत कैसे रहते हैं? मैं आपको देखता हूँ आप हमेशा बहुत ही निर्मल वाणी में बात करते हैं, बहुत मीठी बात करते हैं, बहुत अच्छा स्वभाव है आपका, आप किस्से झगड़ा नहीं करते, किसी को उल्टा नहीं कहते हैं मुझे बस आपका सीक्रेट बता दीजिये, शायद मैं कुछ कर पाऊँ।

उसके जो गुरूजी थे उन्होंने कहा कि बेटा मुझे अपना रहस्य तो नहीं पता, लेकिन तुम्हारा रहस्य जानता हूँ आज से सात दिनों के बाद तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी ये सुनकर के वो जो शिष्य था वो घबरा गया, उसका दिमाग खराब हो गया उसने कहा क्या करें? उस आश्रम में कोई और ये बात किया तो शायद उसे यकीन नहीं होता, लेकिन उसके गुरूजी जो कि जाने माने विद्वान थे, उन्होंने ये कह दिया।

उसे लगा कि वाकई में ये तो सब जानते हैं भूत, भविष्य, वर्तमान सब पता है सात दिनों के बाद में मृत्यु होने वाली है जैसे ही वो गुरूजी के कक्ष से बाहर निकला आश्रम में जो पहला व्यक्ति दिखा उससे हाथ जोड़कर माफी मांगें की भाई तुम्हे मैंने उस दिन वो कह दिया था माफ़ करना फिर दूसरा व्यक्ति दिखा उससे माफी मांगी याद करता जा रहा था कि इससे क्या कहा था, माफी माँगता जा रहा था, उसे लग रहा था समय नहीं बचा है।

दिन खत्म हो रहे किसी से उसने उलटी बात नहीं की अगर उसे कभी गुस्सा भी आया तो उसने अंदर ही अंदर उस गुस्से को पी लिया, उसका घूंट पी लिया, लेकिन बोला कुछ नहीं वो सात दिनों के अंदर अंदर उसने सारे लोगों से माफी मांग ली लोग समझ नहीं पा रहे है क्या हो गया इसको?

पुरानी बातें याद करता जाता जा करके माफी मांग लेता है की भाई मुझे माफ़ कर देना मुझसे गलती हो गयी थी, मैंने पता नहीं क्यों कह दिया तुम्हे ऐसी तो बात ही नहीं थी सात दिन पूरे हुए गया गुरूजी के कक्ष में जाकर के प्रणाम किया और बोला कि गुरुदेव अंतिम प्रणाम स्वीकार्य? आपने भविष्यवाणी कर दी? 

आपने बता दिया कि सात दिन के बाद मृत्यु होने वाली है आज मृत्यु का दिन गुरु जी ने पूछा, अच्छा एक बात बताओ क्या इन सात दिनों में गुस्सा आया? क्या किसी को कुछ कहा? उस व्यक्ति ने कहा गुस्सा तो आया था लेकिन किसी को कुछ कहा नहीं अंदर ही अंदर उस घूंट को पी लिया और उल्टा मैंने तो जाकर के लोगों से माफी मांग ली ताकि कभी किसी का कुछ बुरा कर दिया हो तो अब अंतिम समय में तो माफ़ कर दें, प्रभु।

गुरूजी ने कहा बस यही मेरे निर्मल रहने का व्यवहार का सीक्रेट है, में यही मानकर चलता हूँ कि इसी क्षण शायद मेरी मृत्यु हो जाए, इसलिए कभी किसी से कुछ कहता ही नहीं, अपने व्यवहार को ऐसे रखता हूँ जैसे आज मेरा अंतिम दिन है तुम्हें समझाने के लिए मैंने ये झूठी भविष्यवाणी कर दी थी अभी तुम्हारे जीने में बहुत दिन बाकी है आराम से जियो।

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जीवन में असली ख़ुशी चाहिए तो ये कहानी पढ़ो

कहानी से सिख

छोटी सी कहानी लेकिन ये कहानी गुरु श्रीश्री कि नहीं? आपकी हमारी कहानी है आपके और हमारे पास में भी सात दिन ही बचे हैं संडे मंडे ट्यूसडे वेडनेसडे थ्रस्डे फ्राइडे सैटरडे इन्हीं सात दिनों में अपना भविष्य अपना जीवन सुधारना ये मान के चलिए कि बस साथ ही दिन बचे हैं शायद आप अपनी लाइफ में चमत्कार देखें।

एक बार फिर से वही बात जो अक्सर आप से कहता हूँ, ऊपर वाले के आशीर्वाद अपनी मेहनत और अपनों के प्यार के साथ कर दिखाओगे कुछ ऐसा कि दुनिया करना चाहे आपके जैसा।

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